Friday, February 7, 2025

मानव शरीरस्य अङ्गानां नामानि (HUMAN BODY PARTS)

 

1.   मुखम्  -  Face

2.   कपालः  -  Skull

3.   चिकूरः  -   Hair

4.   कर्कराला  -  A curl of hair, ringlet

5.   अलिकं -   Forehead

6.   कर्णः   -   Ear

7.   ईक्षीका, चक्षुः, नेत्रम्  -  Eye

8.   नासिका  -  Nose

9.   कपोलः  -  Cheek

10.  अधरः, ओष्ठः  -  A lip (lower or upper)

11.  आस्यं -   Mouth

12.      दंष्ट्रा       -   Jaws

13.  दन्ताः  -   Teeth

14.  जिह्वा  -   Tongue

15.    पीचः      - The  Chin

16.   श्मश्रुः,मासुरी  -   Beard

17.   कृकः  -  Throat

18.   कंधरः  -  Neck

19.   पृष्ठः  -   The back

20.   कषेरुका, कसेरुका  -   The backbone, the spine

22.   करः, हस्तः, पाणिः, कुलिः ,वाहुः  -  Hand

23.   कफणिः, कफोणिः  -   The elbow

24.   उपवाहुः  -   The lower arm

25.   अङ्गुलयः  -  Fingers

26.   करेटः  -   A finger nail

27.   पिचंडः, उदरं  -  Belly

28.  ऊरुः -  Thigh

29.  घुंटकः, घुंटिका  -  Ankle

30.  पादः  -   Leg

31.  चरणः,चरणं  -  Foot

Thursday, February 6, 2025

सुभाषितम्(NOBLE THOUGHTS)

 


प्रभूतं कार्यमल्पं वा यन्नरः कर्तुमिच्छति।

सर्वारम्भेण तत्कार्यं सिंहादेकं प्रचक्षते॥


अर्थात्,

            बहुत अथवा अल्प कार्य जो मनुष्य करना चाहता है, सर्वप्रथम उस कार्य को पूरी लगन और हिम्मत के साथ सम्पन्न करे।सिंह का इसी एक महत्त्वपूर्ण गुण मनुष्य को ग्रहण करना चाहिए।


        

Monday, February 3, 2025

सुभाषितम्(NOBLE THOUGHTS)

 


 अन्नाद्दशगुणं पिष्टं पिष्टाद्दशगुणं पयः।

पयसोऽष्टगुणं मांसं मांसाद्दशगुणं घृतम्॥

     अर्थात्,

               अन्न की अपेक्षा आटा दस गुना अधिक शक्तिवर्धक होता है। आटे से दस गुना अधिक शक्ति दूध में होती है। मांस दूध से भी आठ गुना अधिक बल प्रदान करता है। परन्तु घी मांस से भी अधिक दस गुना शक्ति में वृद्धि कर देता है। इसलिए भोजन में घी की उचित मात्रा अवश्य ग्रहण करना चाहिए। 

Meaning -  Wheat flour is ten times more energetic than rice. Milk is ten times more than wheat flour. We get eight times more power from meat than milk. But ghee adds ten times more energy than meat. So one should add ghee in their daily meals in proper quantity.

सुभाषितम्(NOBLE THOUGHTS)

 अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविनः। चत्वारि तस्य बर्धन्ते आयुर्विद्यायशोबलम्॥(महर्षि मनुः)  अर्थ  -               प्रतिदिन नियमितरूपसे गुरु...