Friday, August 16, 2024

सुभाषितम्(NOBLE THOUGHTS)

 

विद्यैव मानवसुखस्य नितान्तबीजं;

विद्यैव साधयति नष्टगतार्थभावम्।

विद्योन्नतिं नयति दुर्गतमर्त्त्यवर्गं;

विद्या ददाति विनयं धनमात्मतोषम्॥

अर्थात्,

              विद्या मनुष्यों के सुख का प्रमुख कारण है। विद्या ही नष्टधन की रक्षा करता है। विपन्नजनों की उन्नति विद्या से ही होती है। इसके अतिरिक्त विद्या विनय (भाव) प्रदान करती है और सन्तोषजनक धन देती है। 

Meaning  -

           Knowledge is the main reason of human beings' happiness.  Knowledge saves the lost property. Distressed peoples' development happens only through knowledge. Knowledge teaches us  humbleness and provides self satisfied wealth. 

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