Wednesday, July 17, 2024

सुभाषितम्(NOBLE THOUGHTS)

                                                               


यो यत्र कुशलः कार्ये तं तत्र विनियोजयेत्।

कर्मस्वदृष्टकर्मा यः शास्त्रज्ञोऽपि विमुह्यति॥

अर्थात् - 

               जो जिस कार्य में प्रवीण/ निपुण है, उसको उसी कार्य में नियुक्त करना चाहीए। कर्त्तव्य कार्य में जो अनुभवी नहीं है, शास्त्र पढकर ज्ञानी होने पर भी उसको उस कार्य में नियुक्त नहीं करना चाहीए। 

Meaning -

                A skilled person in a particular activity, should be engaged in that work only. Inexperienced person in any activity should not be engaged in that work, being knowledgeous/wise by reading books.

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